भारत-पाक सीमा पर अब एयरबेस बनाने का रास्ता साफ………श्रीगंगानगर तहसील में बनेगा दूसरा एयरबेस
जोधपुर। राजस्थान से लगती भारत-पाक सीमा पर अब एयरबेस बनने का रास्ता साफ हो गया है। नए एयरबेस से पाकिस्तान के 3 बड़े एयरबेस तक भारतीय फाइटर जेट जल्दी पहुंच सकते हैं।
नए एयरबेस के लिए सादुलशहर (श्रीगंगानगर) तहसील के आस-पास के क्षेत्र की जमीन के अधिग्रहण का रास्ता साफ हुआ है। दरअसल, अधिग्रहण के विरोध में 58 किसानों और जमीन मालिकों ने याचिका लगाई थी। राजस्थान हाईकोर्ट (जोधपुर) ने सुनवाई में सभी याचिकाओं को खारिज किया। जस्टिस डॉ. नूपुर भाटी ने फॉरवर्ड कंपोजिट एविएशन बेस (एफसीएबी) के लिए भूमि अधिग्रहण को सही ठहराया है। यह रिट याचिका केवल तकनीकी आपत्तियों के सहारे राष्ट्रीय महत्व की रक्षा परियोजना को पटरी से उतारने की कोशिश मात्र है। राजस्थान हाईकोर्ट ने अपने रिपोर्टेबल जजमेंट में स्पष्ट किया कि राष्ट्रीय सुरक्षा से जुड़ी परियोजनाओं में व्यक्तिगत हितों पर जनहित भारी पड़ता है।
नया सादुलशहर एयरबेस पाकिस्तान बॉर्डर से करीब 40 किलोमीटर दूर होगा। श्रीगंगानगर जिले में यह दूसरा एयरफोर्स स्टेशन होगा। इसके पहले सूरतगढ़ एयरफोर्स स्टेशन मौजूद है। राजस्थान-पाकिस्तान बॉर्डर के जिलों पहले से 5 एयरफोर्स स्टेशन ऑपरेशनल हैं। नए एयरबेस से युद्ध की कंडीशन में पाकिस्तान के जकोबाबाद, भोलारी और रहीम यार खान एयरबेस तक फाइटर जेट तेजी से पहुंच सकते हैं।
मामला सादुलशहर तहसील के लालगढ़ जाटान और आस-पास के क्षेत्र का है। यहां भारत-पाक सीमा के पास रक्षा मंत्रालय की ओर से एक महत्वपूर्ण एयरबेस स्थापित होना है। इसका ऑपरेशन सिंदूर के तहत निर्माण हो रहा है, जो रणनीतिक रूप से बेहद अहम है।

